राजस्थान के जयपुर शहर में चाय की टपरी वाला तब सदमें में आ गया जब एक मैकेनिकल इंजीनियर ने अपना पिछला बकाया चुका दिया।
किसी तरह टपरी वाला अपने आप को संभाल पाता तभी उसे एक झटका और लगा जब उस इंजीनियर युवक ने 1 कटिंग और छोटी गोल्ड फ्लैक के पैसे भी दे दिए खाते में लिख लेने की बजाय।
उसी टपरी पे चाय पी रहे आयकर विभाग के चपरासी लक्ष्मण गढ़वी को जब मामले की जनकारी हुई तो उसने ये खबर तत्काल बड़े बाबू गौरांग भरद्वाज को दी जो टपरी के पीछे 500 रु लेके फाइल दबाने की सेटिंग कर रहे थे।
धीरे धीरे ये खबर पुरे जयपुर शहर में आग के जैसी फ़ैल गयी,शहर के बेरोजगार इंजीनियर्स जिससे काफी नाराज दिखे।
उन्होंने चौक से उस इंजीनियर युवक के घर तक तख्तियाँ लेके जुलुस निकाला जिसमें लिखा था
टपरी वाले का जो हिसाब चुका रहे हो, हम इंजीनियर्स कौम का नाम डुबा रहे हो।