खबर है वर्ल्ड के बेस्ट सीएम उद्धव ठाकरे के राज्य के एक छोटे से गांव लातूर की, जहाँ कोरोना फैलाने का सिर्फ आधा क्रेडिट ही दिए जाने पर सिंगल सोर्स के कुछ लोग पत्थर फेंकते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे।अस्पताल के कर्मचारी के लाख समझाने पर भी वो लोग टस से मस न हो रहे थे।
तब ही सूचना मिली की कोरोना के कुछ मरीजो को प्लाज़मा की जरूरत आन पड़ी है। डॉ ने सिंगल सोर्स के लोगो को शांत कराने व मरीज़ की जान बचाने हेतु उनसे प्लाज़मा डोनेट करने को कहा। बदले में उन्होंने 2-2 प्लेट बिरयानी मांगी, डील हुई।
हद तो तब हो गयी जब प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सभी चौथी फेल जमाती पड़ोस के शो रूम का ताला तोड़कर वहां से एक एक प्लाज़मा TV लेकर आ गए, साथ ही वो हथौड़ा और स्क्रू ड्राइवर भी ले आये। हॉस्पिटल में घुसते ही उन्होंने रिसेप्शनिस्ट की डेस्क पर TV रखा और उसे हथौड़ा थमाते हुए कहा – ये लीजिये मोहतरमा! इससे प्लाज़मा निकाल लीजिए, और TV वापस हमें दे दीजिए…वो क्या है न हमारी सलमा बेगम और 23 बच्चे ज़िद पे अड़े है कि इसमे से प्लाज्मा निकलवाकर TV वापस ले आइयेगा। शौकत मियां ने तो TV के साथ साथ 2000 रु भी मांगे क्योंकि वो 55 इंच का प्लाज्मा TV लेकर आये थे।कह रहे थे इसमे ज़्यादा प्लाज़मा निकलेगा। और ये सब देखकर पूरे मेडिकल स्टाफ ने एक साथ अपना सर पीट लिया!!