कोरोना महामारी में सरकार की हालत लगातार खराब हो रही है, बदहाल स्वास्थ्य व्ययस्था को सुधारने में लगी सरकार को नई समस्याओं ने आ घेरा है।
कोरोना से उबर चुके मरीजों में फंगस का खतरा मंडराने लगा है जिसको लेके स्वास्थ्य मंत्रालय अपनी ऐड़ी चोटी का जोर लगा रखा है वहीं अस्पतालों के आसपास लोगों ने फंगस के रंग को लेके सट्टेबाजी चालू कर दी है जिससे सरकार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
दरअसल आईपीएल रद्द हो जाने से और कोविड कर्फ्यू की वजह से सुनसान पार्कों, रेलवे बस स्टेशन में जुआ खेलने वाले और सट्टेबाज इस समय बेरोजगार हो चुके हैं, पहले वो कोविड जांच पे सट्टा लगा रहे थे लेकिन दूसरी लहर में पोजटिव मरीजों की बढ़ती संख्या से ये काम भी ठप्प हो गया।
जबसे ब्लैक के बाद व्हाइट और फिर येलो फंगस ने इंट्री मारी है तबसे इन सट्टेबाज कम्युनिटी में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है अब वो मरीज को कौन से कलर का फंगस होगा इसपे सट्टा लगा रहे हैं।
इस बात का खुलासा मुंबई के धारावी में पकड़े गए कुछ सट्टेबाजों ने किया है, उनके पास से कई पैथोलॉजी लैब की रिपोर्ट और आई फोन बरामद हुए हैं।
थाने में बंद इन सट्टेबाजों पर पुलिस ने जब थर्ड डिग्री का प्रयोग किया तो कुछ कैदियों ने कौन सिपाही कितने लट्ठ मार पायेगा इसपे भी सट्टा लगाना चालू कर दिया।
फाक्सी रिपोर्ट