वैक्सीन की कमी और कोरोना की दूसरी लहर में हुई अनियमितता से आलोचना में घिरी मोदी सरकार ने एक बार फिर से मास्टर स्ट्रोक जड़ा है।
मोदी सरकार ने 45 वर्ष से अधिक महिलाओं को दूसरी डोज को विलंब से 18 साल से अधिक युवतियों के साथ लगवाने के मौका देकर प्रौढ़ महिला वोट रिजर्व कर लिया है, विशेषज्ञों का भी इस मास्टर स्ट्रोक के पीछे यही तर्क है कि जब मोदी सरकार ने पहली बार 45 साल के लोगों के लिए वैक्सीन की अनिवार्यता कर दी थी तो महिलाएं इस फैसले से काफी नाराज हो गईं।
दरअसल महिलाएं अपनी उम्र छिपाती हैं और इस फैसले से उनकी आयु पता चलने से वो नाराज हो गईं, ये बात मोदी सरकार को जल्द ही समझ आ गई इसलिए उन्होंने उनकी दूसरी डोज 18 वर्ष के लोगों के साथ लगवाने के मौका दिया जिससे महिलाएं काफी खुश नजर आईं, अब वो वैक्सीन सेंटर में हैवी मेकअप करके नव युवतियों के साथ दूसरी डोज लगवा रहीं है बजाय अलग 45 वर्षीय सेंटर के।
कुछ महिलाओं ने तो अपनी बेटियों के साथ दूसरी डोज लगवा के सोशल मीडिया में स्टेटस डाला ” सेकेंड डोज डन विथ यंगर सिस्टर ” ।