राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि नए अध्यक्ष के फैसले पर बिना किसी देरी के फैसला होना चाहिए। उन्होंने बताया अब वह लंबी छुट्टी पर जाना चाहते हैं कब तक मोदी और शाह की वजह से यूं ही परेशानी झेलते रहें।
उन्होंने कहा- “मैं इस प्रक्रिया में कहीं नहीं हूं। मैंने पहले ही अपना इस्तीफा सौंप दिया है।” राहुल ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जल्द से जल्द बुलाया जाना चाहिए ताकि इस पर फैसला हो सके।
इधर यह खबर हमारे फॉक्सी संवाददाता अतुल वासन को भी लगी तो उन्होंने अडवाणी जी की बाइट लेनी चाहिए और उनसे बातचीत की कोशिश की आपको बता दें कि आदरणीय आडवाणी जी ने बीजेपी में रहकर बहुत काम किया है और सभी बीजेपी मेंबर और प्रधानमंत्री मोदी जी भी उनके बहुत आभारी हैं लेकिन अडवाणी जी को भी प्रधानमंत्री बनना था उन्होंने यह सपना बहुत पहले देखा था जो कभी पूरा नहीं हुआ तो जब भी कोई पद की बात आती है तो अडवाणी जी बिना सोचे समझे हां बोल देते हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने प्रसिद्ध मिडिया फौक्सी को दिए एक इंटरव्यू में अध्यक्ष बनने की मंशा जतायी, भावुक आडवाणी बोले बीजेपी में उन्हें कोई पद नही मिला तो उम्र के आखिरी पड़ाव पर जब कांग्रेस मोतीलाल वोहरा जैसे बुजुर्गों को मौका दे रही है तो मैं तो उनसे 1 साल बडा हूँ।
अडवाणी जी ने आगे बताया कि उन्हें बाबरी मस्जिद गिराने का अनुभव है, अगर वो अध्यक्ष बनते है तो मोदी की बहुमत वाली सरकार को भी गिरा सकते है।
अब आखरी फैसला कांग्रेस को लेना की आडवाणी जी को अध्यक्ष बनाएं या नहीं ! क्या कोंग्रेस या रिस्क उठाने को तैयार होगी ये सब तो भविष्य में है! तब तक खाये पिये और जिंदगी में अध्यक्ष प्रधानमंत्री बनने की आस कभी न छोड़े आडवाणी जी की तरह।