सूचना मिली है कि ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल, आसाम के डिब्रूगढ़ जेल से फरार हो गया है, उसके फरार होते ही पुलिस और अमृतपाल के बीच चूहे-बिल्ली का खेल फिर से शुरू हो गया है, हालाँकि आसाम पुलिस उसे फिर से पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है पर अब तक कोई महत्वपूर्ण सुराग हाथ नहीं लगा है।
“आखिर वो भागा कैसे? पुलिस क्या कर रही थी?” -ऐसा पूछे जाने पर अंग्रेजों के जमाने के जेलर मोतिराम डाइका ने बताया कि, “हमने उसे रात भर टॉर्चर देने का प्लान बनाया था ताकि उसके आकाओं का पता लगाया जा सके, तभी हमारे एक हवलदार ने ये आइडिया दिया कि मारपीट करने से अच्छा है उसे ‘किसी का भाई किसी की जान’ नाम की फिलीम दिखा देते हैं, सलमान खान वाली!”
ये फिल्म भी किसी टॉर्चर से कम नहीं है, सो हमने अमृतपाल के बैरक में ‘किसी का भाई किसी की जान’ फिल्म को चालू कर दिया.. थोड़ी देर बाद ही अमृतपाल पागल हो गया और चीखने-चिल्लाने लगा, टीवी बंद करने के लिए हमसे मिन्नतें करने लगा! हमने सोच कि थोड़ी देर और चलने देते हैं ताकि एक झटके में ये अपने सारे राज बता दे लेकिन ये ट्रिक उल्टा पड़ गया!
नया जाने कहाँ से उसके पास अचानक ताकत अअ गाई और जेल की सलाखें तोड़कर भाग गया! हमारे सिपाही भी उसके पीछे भागते लेकिन वो तो खुद दस मिनट पहले बेहोश हो चुके थे क्योंकि फिल्म तो वे भी देख रहे थे ना!” -जेलर साब ने घटना का पूरा विवरण बताते हुए कहा।
माना जा रहा है कि अमृतपाल ‘किसी का भाई किसी की जान’ देखने के बाद काफी सदमे में है और कभी भी कुछ भी कर सकता है इसीलिए चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।