भारत में नवरात्रों का उत्सव चल रहा है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी आस्था से व्रत रख रहे हैं। इस त्यौहार के चलते, गुजरातियों को भी डांडिया करने का बहाना भी मिल जाता है। भारत में सबको नवरात्रों का इंतज़ार रहता है, इन 9 दिनों में राम लीला भी की जाती है।
मगर इस त्यौहार का सबसे ज़्यादा इंतज़ार किसी को रहता है तो वो हैं अन्ना हज़ारे। जी हाँ, किसी वक़्त भूख हड़ताल से पूरी दिल्ली को हिलाने वाले अन्ना हज़ारे अनशन को काफी याद करते हैं। उनका कहना है की अनशन से उनकी पुरानी यादें ताज़ा हो जाती हैं। मगर केजरीवाल का नाम सुनकर कड़वी भी हो जाती हैं।
सचाई तो यह है की घुंघरू सेठ ने अन्ना हज़ारे का इस्तेमाल ठीक उसी प्रकार किया जैसे सिंगल यूज़ प्लास्टिक का किया जाता है। अब चाहे अन्ना हज़ारे का कितना भी अनशन करने का मन करता हो, मगर सचाई तो यह है की अब उनकी सेहत इजाज़त नहीं देती।
इसीलिए अन्ना हज़ारे अब अनशन करने से परहेज़ करते हैं। अन्ना हज़ारे मगर नवरात्रों में व्रत रख रहे हैं और उनका कहना है की अगर किसी को लोकपाल की तरह कोई बिल पास करवाना है तो अभी बता दो ताकि एक साथ दोनों काम निबड़ जाएं और उनको नवरात्रों के बाद व्रत रखने का कष्ट ना करना पड़े।
सूत्रों की माने तो घुंगरू सेठ इस मौके का भी फायदा उठा कर दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का बिल पास करवाना चाहते हैं।