अपने पोते से मिलने आई बुजुर्ग महिला को जेएनयू फ्रेशर समझ कर पुलिस वालों ने जेल में डाला

JNU कॉलेज देश के प्रतिष्ठित विश्व विद्यालयों में से एक है, यहाँ के कैम्पस में ही जादू है जवानी में जो एक बार एडमिशन ले लेता है वो अधेड़ अवस्था तक कैम्पस छोड़ नही पाता और पेंशन वाली उम्र में ही डिग्री पूरी करके निकलता है।

एक शोध के अनुसार अन्य कॉलेजों से अलग JNU कैम्पस में आपको कॉलेज जैसा फील नही आयेगा, ऐसा लगता है मानो आप यहाँ पार्टी करने आये हो
अन्य कॉलेजों के जैसे यहाँ छात्र छात्राओं को पार्क झाड़ियों में छिपकर आलिंगन और चुम्बन करने की मजबूरी नही, वो खुलेआम बकायदा सबके सामने सेल्फी लेते हुए कर सकते है, शायद इसी रंगीन मिजाजी के कारण इसका नाम चाचा नेहरू के नाम पर रखा गया।

JNU छात्र जरा जरा सी बातों पर धरना देने के लिए भी विख्यात है, मसलन मच्छर काटने पर मॉर्टिन फैक्टी का घेराव हो या कम चिप्स निकलने पर Lays के ऑफिस की तोड़ फोड़, इसी के चलते प्रशासन भी यहाँ लाठीचार्ज की प्रैक्टिस आये दिन करता रहता है
धरने के समय लाठी चार्ज पर एक अजीब घटना तब हो गई जब एक 55 साल की बूढी महिला आने पोते से मिलने कॉलेज पहुंची, वहाँ आने हमउम्र लोगों को देखकर उसे लगा शायद सबके दादी दादा अपने पोते पोतियों से मिलने आये हैं, उन्हें इसका जरा सा भी आभास नही था कि वो हम उम्र वहाँ के छात्र है
पुलिस प्रशासन भी इसी भ्रम का शिकार हुई और उन्होंने बुजुर्ग महिला को फ्रेशर समझके जेल में डाल दिया।

जब इस घटना की जानकारी बुजुर्ग महिला के पति दद्दू कबीर सिंह को चला तो वो अपनी राजदूत निकाल के थाने की तरफ “कौन टच किया माखन चोर” चिल्लाते हुए भागे।

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