पश्चिम बंगाल में 2019 के लोक सभा चुनाव के सभी चरणो में तृणमूल के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा, लूटपाट और आगज़नी की खबरें लगातार आती रही हैं, परन्तु पिछले दिन हुए छटे चरण के मतदान में बड़ी ही विचित्र और अविश्वसनीय घटना देखने को मिली, मतदान करके आये स्थानीय निवासियों ने बताया कि मतदान बिल्कुल शांतिपूर्ण रहा और किसी की हत्या या किसी से मारपीट नही हुई , ये खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गयी और चुनाव विभाग तथा पुलिस के पैरों के नीचे से मानों ज़मीन ही खिसक गई, जिसके फलस्वरूप बड़े आला अधिकारियों की तुरन्त आपातकालीन बैठक बुलाई गई और जांच के निर्देश दे दिए गए।
मामला इतना संगीन बताया जा रहा है कि बिना जांच पूरी किये ही शांतिपूर्ण मतदान वाले बूथ पर तैनात सभी 5 पुलिसकर्मियों को जाँच समिति ने निलंबित कर दिया।
तृणमूल के सभी बड़े नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और चुनाव आयोग से दुबारा मतदान करवाने की मांग कर डाली है।
पार्टी प्रवक्ता ने फाक्सी सवांददाता के साथ बातचीत में बताया कि हमारे यहां मतदाताओं की हत्या करने का प्रचलन शुरू से है और वो बस बलि है, और चुनाव में बलि न चढ़ाकर हम लोकतंत्र की हत्या नहीं होने देंगे आखिर लोकतंत्र से बढ़कर मतदाताओं की जान नहीं हैं।