बिहार में आई बाढ़ में सेना और ndrf की टीम दिन रात लोगो को निकालने का काम कर रही है तो ढिंचक पूजा इस सभी कोशिशों को घर बैठे नाकाम कर रही है। घटना की विस्तृत जानकारी के लिए आपको शुरू से बताते हैं। इस साल बारिश ने भारत के कई इलाकों में जलप्रलय जैसा माहौल कर दिया है कई जगहों पर तो बारिश ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। खास कर भारत के पूर्व भाग के राज्यों में।
इनमे से एक बिहार में भी जलप्रलय सा माहौल है लोगों के घर खेत सभी कुछ उजड़ गया है लोग अपनी जान बचाने पेड़ या टहनियों पर फंसे हुए हैं। इसी दौरान गत सप्ताह बचावकार्य के दौरान जब सेना के जवान लोगों को नदी से निकाल रहे थे तो कैम्प में किसी ने गलती से ढिंचक पूजा का नया गाना ‘नाच ले पागल’ चला दिया। बाढ़ पीड़ित पहले से अपना घर बार, खेत व अपनों को खो देने के कारण काफी सदमे में थे मगर फिर भी जिंदा रहने की आस लिए हुए थे। मगर इतना सब कुछ बर्दाश्त करने वाले बाढ़ पीड़ित ढिंचक का यह कैंसर युक्त गाना बर्दाश्त नहीं कर पाए और फिर से तेज़ बहाव से बह रही नदी में कूद गए।
आजकल कुदरती आपदाओं से निपटना हमारे देश के लिए एक बेहद भयानक चुनौती है। मगर ये तो फिर भी कुदरती आपदा हैं मगर इंसानी आपदाओं के क्या किया जाए जो आये दिन इंसान के लिए खतरा बनती जा रही है।ढिंचक पूजा पिछले कुछ सालों में डिप्रेशन, अपघात, कान के कैंसर की मुख्य वजह बनी हैं। उम्मीद है सरकार कुदरती आपदा के साथ साथ ही इस आफत के साथ निपटेगी।