फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) की हाल में आई रिपोर्ट ने लोगों के कान खड़े कर दिए। लोग सोचने को मजबूर हैं कि जब देश भर में लिए गए 1791 सैंपलों की जांच में 68.4 फीसदी दूध मिलावटी पकड़ा गया है तो हमारे घरों में आने वाला दूध आखिर कितना प्योर और सेफ है। नामी दूध डेरियां भी मानती हैं कि दूध में खतरनाक केमिकल की मिलावट का खेल चल रहा है, लेकिन वे यह दावा भी करती हैं कि उनका दूध प्योर और सेफ है।
ये घटना हुई है उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सुरेश शर्मा के यहां उनका पूरा परिवार इस समय अस्पताल में भर्ती है क्योंकि उन्होंने बिना मिलावट का दूध पी लिया था जो कि पूरे परिवार को पचा नहीं पाया और उनकी तबीयत खराब हो गई पूरे परिवार को हॉस्पिटल में ग्लूकोस की बोतल चढ़ाई जा रही है!
पुलिस वाले ने दूध वाले को पकड़ लिया है और उसकी गहन पूछताछ की गई है जिसमें दूध वाले ने बताया कि वह आज बिना डिटर्जेंट वाला दूध ले गया था गलती से, उसे इस गलती की सजा जरूर मिलनी चाहिए कि उसने प्योर दूध क्यों दिया जिस शर्मा परिवार को आदत नहीं है!
हमारे रिपोर्टर कबूतर घरघुसाई ने दूधवाले के घर पर जाकर गहन जांच-पड़ताल की और पाया उस दिन दूधवाले के बच्चे नत्थू ने दूध का डब्बा बदल दिया था और अपने घर वाला दूध शर्मा परिवार को दे दिया जिससे ये शर्मनाक घटना हुई!
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मदन चिकना का कहना है कि दूध की जांच के लिए नियमित अभियान चलाया जाता है। इसमें अब तक 22 लोगों पर कार्रवाई हुई है। उनसे रिश्वत के रूप में कई किलो असली मखन और घी की वसूली भी हुई है। जिससे खाकर उनका वजन भी 20 किलो बढ़ गया है!
आप लोग भी सचेत रहें और दूध की जांच करते रहे कहीं आपका दूधिया भी आपको बिना मिलावट का दूध पिला कर बीमार ना कर दे सतर्क रहें और डिटर्जेंट वाला दूध पीते रहें!