जब से देश मे लोगों की सुरक्षा के लिहाज से और ट्रैफिक से निपटने के लिए नए ट्रैफिक नियम लागू किये गए हैं देश भर में गदर सा मचा हुआ है। लोग हैं कि चाह कर भी अपनी आदतें नहीं बदल पा रहे हैं और भारी भरकम चालान कटवा रहे हैं। यह ऐसी ही बात है जैसे सालों से शराबी रह चुके आदमी को सात्विक भोजन पर रहने दिया जाए यानी कुछ वक्त तो लगेगा आदत बदलने में।
मगर कल केंद्र सरकार ने एक आदेश जारी करते हुए नए लागू किये गए इन ट्रैफिक नियमों में एक और बदलाव किया है या आप इज़ाफ़ा कह सकते है। इस नए आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस को चालान काटने के बाद भुगतानकर्ता को एक कंबल भेंट करना अनिवार्य होगा। जी हां शायद ऐसा कोई कानून या नियम आपने पहले कभी न सुना हो मगर पहली बार इसे लागू किया जा रहा है। इस नियम की रचना के पीछे जो वजह छिपी हुई है वो काफी दिलचस्प है, जी हां पिछले दिनों दिल्ली की सड़क पर अपनी स्कूटी लिए हुए पुलिस वालों को परेशान या ब्लैकमेल करने वाली उस लड़की की वीडियो तो सभी ने देखी होगी जिसमें वो काफी गभरा कर पुलिस वालों से कहती है कि “अंकल मेरी बॉडी कपकपा रही है” व विनती करती है कि उसे जाने दिया जाए।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद इस पर काफी प्रतिक्रियाएं आने लगी जिसमे कुछ का यह भी कहना था कि पुलिस चालान ज़रूर काटे मगर साथ ही साथ जनता का भी ख्याल रखना चाहिए। मामले और सुजावों को ध्यान में रखते हुए फौरन एक टीम का गठन किया गया जिसे एक व्यापक सर्वे करने के लिए आदेश दिया गया। 2 दिन सर्वे करने पर ट्रैफिक पुलिस ने पाया कि देश भर में जहां जहां चालान काटे जा रहे हैं वहां 99% वाहन धारक को एक जैसी ही परेशानी हो रही है यानी कि उन सभी लोगों को चालान काटने पर ठंड लगने लगती है व पूरा शरीर कंपकपाने लगता है।
बस फिर क्या था मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे से किसी और को यह परेशनी न हो इसलिए सभी चालान कटवाने वाले वाहनकर्ताओं को मौके पर ही एक कंबल दिए जाने के सख्त निर्देश जारी कर दिए गए। जो कि एक सराहनीय कदम है जिसमे कानून का पालन और मानवता का पालन दोनों ही समान रूप से होता नजर आ रहा है।