15 सितम्बर को दिल्ली के जाने माने कॉलेज में जहाँ सभी छात्र इंजीनियर डे की खुशियां मना रहे थे वहीँ एक छात्र सिसकियाँ लेते हुए रोये जा रहा था जब इस बात की भनक उसके घरवालों को लगी तो उन्होंने उससे इसका कारण पूछा।
युवक ने बताया की जब कॉलेज के सभी छात्र हॉस्टल में इंजीनियर डे मनाने के लिए इकठा हुए तो वो भी उन सब के साथ इसमें शामिल हुआ लेकिन हालात तब बिगड़ गए जब भीड़ में से एक युवक चिल्लाया “अरे ये तो सिविल डिपार्टमेंट से है” जिसके बाद सभी छात्रों ने धक्के मार कर उसको पार्टी से बहार कर दिया।
पार्टी से बहार करने से ज़्यादा दुख छात्र को इस बात का लगा की सब उसे मिस्त्री कह कर धक्के मार रहे थे मानो की सिविल इंजीनीरों को कोई असली इंजीनियर ही ना मानता हो।
जब कॉलेज के प्रशासन को इस बात का पता चला तो उन्होंने इस घटना से जुड़े सभी छात्रों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने का आश्वासन दिया अब देखना यह होगा की क्या कॉलेज प्रशासन सच में छात्रों पर कार्यवाही कर सिविल इंजीनियर जगत में एक सकारात्मक सन्देश भेजता है या नहीं।