चीन से जन्मे कोरोना नामक वायरस ने मानो इस दुनिया को नज़र लगा दी है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है और अब इसका खामियाजा भारत के सबसे बड़े त्योहार यानी ipl को भी भुगतना पड़ा है। संक्रमण न फैले इसलिए सरकार ने यह खेल रद्द कर दिया, जिस से इस से जुड़े स्पॉन्सर, टीम, खिलाड़ी एवं सट्टेबाजों को अरबों रुपियों का घाटा होता नजर आ रहा था। मगर सट्टेबाजों के मुताबिक उन्हें अब भी कोई घाटा नहीं उनका धंधा बदस्तूर जारी है।
हमसे बात करते हुए एक सट्टेबाज़ ने कहा कि यह धंधा कभी बंद नहीं होता क्योंकि ipl एक बड़ा अवसर होता है शुरू में चिंता ज़रूर हुई मगर मुश्किल में ही अवसर छिपा होता है वैसे हमने भी अपने लिए अवसर पा लिया। कोरोना के वजह से हमारा क्रिकेट का धंधा बंद हुआ तो हमने कोरोना को ही धंधा बना लिया। वैसे भी दुनिया भर के लोगों को इसमें ही दिलचस्पी है कि रोज़ कितने लोग कोरोना से मर रहे हैं और हमारे पास भी भाव जानने के लिए काफी मांग आ रही थी इसलिए हमने आज से इसके भाव जारी कर दिए हैं। अलग अलग क्षेत्र के अलग अलग भाव चल रहे हैं।
कोरोना से प्रभावित की संख्या पर अलग और कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों पर अलग से सट्टा चल रहा है। और जिस तरह का रिस्पांस है एक अंदाज़ है कि इस बार कोरोना पर सट्टा ipl से भी 4 गुना ज़्यादा लगने जा रहा है। सट्टेबाज़ ने यह भी कहा इस मामले में डॉक्टरों के पास काफी अनुभव व जानकारी होती है इसलिए ज़्यादातर वही लोग सट्टा लगा रहे हैं तो कुछ हमको फील्ड से सीधा रिपोर्ट कर रहे हैं जिसके बदले कमिशन लेते हैं। आने वाले दिनों में यह धंधा काफी बढ़ने वाला है और रिकॉर्डतोड़ सौदे होने जा रहे हैं।