दिल्ली के मुख्यमंत्री मादरनीय अरविंद केजरीवाल जी ने प्रदूषण खत्म करने के लिए अपनी जान के घोड़े खोल दिए हैं इसके बावजूद भी दिल्ली का प्रदूषण कम नही हो रहा है बल्कि बढ़ रहा है।
केजरीवाल का मानना है कि पड़ोसी राज्य के पराली जलाने से एवं क्रिसमस, न्यू ईयर सेलिब्रेशन में फोड़े गए पटाखों से इम्यूनिटी बढ़ती है लेकिन दीपावली पर फोड़े गए पटाखों से वातावरण बेहद प्रदूषित हो जाता है, हालांकि ऐसे क्यों होता है इसका पता अभी बड़े से बड़े वैज्ञानिक भी नही लगा पाए। खैर बढ़ते प्रदूषण पर चिंतित केजरीवाल जी को उनके मंत्रिमंडल ने सुझाव दिया है कि अगर मूली को भी प्रतिबंधित कर दिया जाए तो दिल्ली वासी पादना कम करेंगे जिससे प्रदूषण में कुछ अंकुश लगेगा।
दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है अगर कवि कुमार इलाके में मूली पराठे खाते हुए दिख गए तो सीधा ऊपर देशद्रोह का केस चलेगा! इस खबर के बाद कवि कुमार उत्तर प्रदेश शिफ्ट हो चुके हैं।
केजरीवाल ने जगह जगह “कम पादेगा दिल्ली तो स्वच्छ रहेगा दिल्ली ” पोस्टर दीवाली से पहले लगाने की भी योजना बनाई।