कोरोना वायरस का आतंक फिलहाल चीन समेत दुनियाभर में छाया हुआ है। चीन में लगभग अब तक 5 हज़ार मौतें हो चुकी हैं तो अलग अलग देशों में लोगों को इस वायरस से प्रभावित देखा गया है। ऐसा कहा जाता है कि टिकटोक वायरस के बाद यह वायरस अब तक का सबसे खतरनाक वायरस है और खास बात यह है कि दोनों वायरस चीन की देन ही है। दुनिया के साथ साथ भारत भी यही प्रयास में है कि कोरोना वायरस को भारत मे न आने दिया जाए और किसी सूरत में आ भी जाये तो इसका तत्काल उपाय खोजा जाए ।
दिन रात रिसर्च और डेवलोपमेन्ट चल रहा है मगर डॉक्टर या वैज्ञानिक इसको रोकने के लिए कोई उपाय खोजने में नाकाम है । ऐसे में दिल्ली से एक ऐसा सर्वेक्षण सामने आया है जिससे सारी दुनिया अचंभित है और खुश भी। दिल्ली के डॉक्टरों ने पाया कि जिस व्यक्ति को कोरोना वायरस ने जकड़ा था उसने गलती से दिल्ली जल बोर्ड का पानी पी लिया और चमत्कारी रूप से 2 दिन में वायरस उसके शरीर मे ही दम तोड़ दिया।इस के बाद डॉक्टरों ने पानी के कुछ सैंपल लिए और तुरंत चीन रवाना कर दिए। नतीजा वहां भी वैसा ही रहा और कोरोना वायरस दिल्ली जल बोर्ड के पानी के सामने चंद घंटे भी टिक नहीं पाया।
दुनियाभर में खुशी की लहर छा चुकी है और भारत भी अपनी इस उपलब्धि पर फक्र कर रहा है। अरविंद केजरीवाल ने इसका श्रेय अपने आपको देते हुए कहा कि ” ये उन लोगों के मुह पर थप्पड़ है जो दिल्ली चुनावों में दिल्ली जल बोर्ड के गंदे पानी को हमारी विफलता बता रहे थे ” आप नेता संजय सिंह ने मानव कल्याण के इस कार्य के लिए अरविंद केजरीवाल को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग की है।