बड़े दुख की बात है कि महेंद्र सिंह धोनी यानी भारतीय क्रिकेट के भगवान मगर आजकल वह भगवान मंदिर के घंटे बन चुके हैं जिसे हर कोई बजाना चाहता है। और उसकी वजह है धोनी का अपनी उस फॉर्म में न होना या अपने अंदाज जिसके लिए जाने जाते हैं उसमें न खेल पाना।
धोनी को लेकर हर मैच के दौरान सोशल मीडिया पर एक युद्ध सा छिड़ जाता है जिसमे धोनी के आलोचक उनपर ऐसा हमला करते हैं जैसे वो अमरीकी हों और धोनी कोई तेल का कुंवा। और दूसरी तरफ धोनी के समर्थक चट्टान की तरह धोनी पर होते हर हमले को अपनी छाती पर झेलने के लिए तत्पर। इस बहसबाज़ी में कोई भी अछूता नहीं रहा, जैसे कि हम जानते हैं अंबाती रायडू भी धोनी के भक्त हैं और उन्ही की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते भी हैं।
विश्वकप में चयन न होने से रायडू पहले से ही काफी दुखी चल रहे थे मगर जैसे तैसे 3D चश्मे के सहारे अपना गुस्सा समेटे हुए थे, मगर धोनी पर हो रहा चौतरफा हमला वो बर्दाश्त नहीं कर पाए और वे टूट गये। लोग जिस तरह धोनी पर संन्यास लेने का दबाव बना रहे थे वह देखते आज ही सुबह उन्होंने अपने क्रिकेट जीवन से संन्यास लेने का फैसला कर दिया, और कहा अगर इस्तीफा चाहिए तो मेरा ले लीजिए मगर हाथ जोड़कर कहता हूँ धोनी को परेशान मत करिए।
रायडू के इस कदम से क्रिकेट जगत के सभी हलखों मे हलचल बढ़ी है और धोनी भी भावुक हो गए अपने भक्त के इस त्याग को देखकर। जानकर बता रहे हैं रायडू ने भले ही आलोचकों का गुस्सा शांत करने सन्यास लिया हो मगर जिस तेवर के साथ आलोचक धोनी पर राशन पानी लेकर चढ़ते जा रहे हैं उसको देखकर लगता है ‘ये इत्ते से में मानने वाले नहीं हैं’ और बहोत जल्द धोनी की भी बलि लेकर ही दम लेंगे।
धोनी समर्थकों के लिए चल रहे दिन किसी नरक यातना से कम नहीं । देखना यह होगा कि अंतिम जीत किसकी होती है मगर एक बात साफ है धोनी के आलोचकों और धोनी के समर्थकों के इस लड़ाई में भारत ने आज एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी को खोया है। रायडू को फौक्सी का सलाम।