जिसका सभी को इंतेज़ार था, वो घड़ी बस अब कुछ ही दूर है। मगर एक और चीज़ जिसका सभी को बड़ी बेसब्री से इंतेज़ार था वो कल आ ही गयी जिसे एग्जिट पोल्स कहते हैं।
जी हां जैसे ही एग्जिट पोल आये हैं देश भर में कहीं किसी पर आसमान टूट पड़ा है तो किसी के लिए जमीन छोटी पड़ रही है इतना जोर से फटका लगा है। चारों तरफ सुनामी आ चुकी है।
5 साल जो लोग दिन रात देश मे आपातकाल …आपातकाल कर रहे थे दरअसल उनके लिए तो अब जो स्थिति बन रही है वो आपातकाल से भी भयानक है। उनकी सारी मेहनत उनकी मिट्टी में मिल चुकी है।
लेकिन फिर भी देश का एक ऐसा प्रदेश था जिस पर उन्हें बहोत आस थी और खुद भाजपा वालों को भी ज़्यादा विश्वास नहीं था, वो है उत्तर प्रदेश। मगर एग्जिट पोल्स में तो वहाँ भी सूपड़ा साफ करती नज़र आ रही है भाजपा और महागठबंधन जिसने अपना सबकुछ लूटा दिया था वो तो सच मे ही लूटते हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
बस फिर क्या था समर्थकों में काफी नाराज़गी दिखाई देने लगी जो कि काफी स्वाभाविक था। और खास कर के सपा समर्थकों में बहोत गुस्सा था। वजह साफ थी एक तो टीपू के कहने पे उन्होंने जैसे तैसे अपने दुश्मनों से हाथ मिला लिया मगर उसका कोई फायदा नहीं हुआ और पार्टी के 2 टुकड़े हुए सो अलग।
सुरक्षा विभाग भी काफी चौकन्ना है और इस बात की गंभीरता को समझता है इस लिए प्रदेश की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी है। और खास कर के गेस्ट हाउस जितने हैं उन सभी को अभेद किले में तब्दील कर दिया है।
जिसकी वजह साफ है क्योंकि इतिहास कुछ ऐसा रहा है समाजवादियों का। नहीं……वजह जो आप समझ रहे हैं वो नहीं है , असली वजह है टोंटी। गेस्ट हाउसों की टोंटियों पर सपाई अपना गुस्सा न निकाल दे इस वजह से गेस्ट हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी है।