जापान के मशहूर डॉक्टर संजई चू का दावा है कि रामदास अठावले का स्लोगन बोलने से कोरोना का असर कम हो रहा है। पिछले दिनो अठावले ने कोरोना के ख़िलाफ़ मोर्चा निकाला और “गो करुणा” के नारे लगाए। जिसके बाद विश्व भर में उनका मीम बना और लोगों ने उसे काफ़ी शेयर भी किया।
संजई ने हमें बताया “मैंने और मेरी वैज्ञनिको की टीम ने कुछ कोरोना पॉज़िटिव लोगों से यह नारे लगवाए.. जिसके बाद दस में से आठ लोगों की तबियत में सुधार आया और बाक़ी दो लोगों की हालत स्थिर हो गई। हम समझ गए कोरोना को मानसिक इलाज से ही ठीक किया जा सकता है। साइयन्स में इसे ध्वनि इलाज कहते है। जहाँ व्यक्ति मुँह से ऐसी ध्वनि निकलता है कि शरीर ख़ुद ब ख़ुद ठीक होने लगता है”।
अठावले को इस खोज के लिए भारत सरकार नोबल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने का फ़ैसला करने वाली है। देखते है आगे क्या होता है।