हमारे समाज में डॉक्टरों को भगवन का रूप माना जाता है परंतु ये बात भी सच है की डॉक्टरों द्वारा की गयी लापरवाही के कारण बोहत से लोगों की जान जाते जाते बची है, हाल ही में शनिवार के दिन हस्पताल में अपने परिजन की खबर लेने आये कनपुरिये ने जब दो पैकेट गुटखा खा कर ज़मीन पर पीक मारी तो पास से गुज़र रहे डॉक्टर को लगा की वो खून की उलटी कर रहा है।
इतना देखते ही डॉक्टर ने फॉरेन नर्सों को आवाज़ लगायी और युवक को ज़बरदस्ती उठा कर स्ट्रेचर पर लेता दिया और इमरजेंसी वार्ड में ले गए, युवक चिल्लाता रहा ‘मै बिलकुल ठीक हूँ’ पर डॉक्टरों ने उसकी एक न सुनी और आईसीयू में लेजाते ही उसकी तशरीफ़ में छे टीके थोक दिए।
जब उस व्यक्ति को होश आया तो डॉक्टरों ने उसके हाथ मे आठ हाजार का बिल पकड़ा दिया और उसे बताया की कैसे वो खून की उलटी कर रहा था
जब डॉक्टरों ने उससे पूछा की किसी घरवाले को फ़ोन कर के बुला लो तो युवक चिल्लाते हुए बोला ‘उन्ही से तो मिलने आया था डॉक्टरीवालो’ और उसने बताया की जिसे वो खून की उलटी समझ रहे थे वो असल में गुटके की पीक थी, इतना सुनते ही डॉक्टरों को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने युवक से माफ़ी मांगी और प्रायश्चित के तौर पर उसकी जेब में पांच पाउच कमलापसंद पान मसाले के भी दाल दिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की इसी डॉक्टर पर पहले भी मरीज़ों को ज़बरदस्ती हस्पताल में भर्ती करने के आरोप लगे हैं कहा जाता है की इन्होने एक बार हल्का सा पीला पेशाब आने पर एक मरीज़ का किडनी ट्रांसप्लांट कर दिया था।