आपने ‘चोर के घर चोरी’ वाली कहावत तो सुनी ही होगी, जी हाँ कुछ ऐसा ही हुआ जब पूरी दुनिया को चूना लगाने वाली बीमा कंपनियों को ही एक गिरोह ने चूना लगा दिया।
हाल ही में बीमा कंपनियों द्वारा मरीज़ों से विशाल धनराशि वसूले जाने को लेकर एक गिरोह के मन में आक्रोश था, उन्होंने हमारे संवादाता लल्लन जोधपुरी को बताया की यही कारण था जिसने उनको बीमा कंपनियों को लूटने पर विवश किया।
बात जून महीने की है जब झुलसा देने वाली गर्मी के बीच दिल्ली के सिविल हस्पताल में कुछ मरीज़ों ने शिकायत की कि उनको लाल रंग का पेशाब आ रहा है, जिसने हस्पताल के सभी कर्मचारियों को हक्का बक्का छोड़ दिया।
जब हस्पताल वालों ने पेशाब के सैंपल की जांच की तो उनको उसमे टमाटर के छिलके दिखाई दिए जिससे डॉक्टरों को पेशाब में कुछ काला लगा।
जब उन्होंने मरीज़ों को कहकर उनसे उनके राशन पानी का बिल मंगवाया तो उनको पता चला की वे सब रोज़ पंद्रह किल्लो टमाटर का सूप बना कर पी जाते थे, जिसके चलते उनके पेशाब का रंग भारत से हारने के बाद पाकिस्तान टीम के पिछवाड़े कि तरह लाल हो जाता था।
इतना पता चलते ही हस्पताल वालो ने फॉरेन पुलिस को खबर कर दी और पुलिस ने उस गिरोह को हिरासत में ले लिया
जब इस खबर का पता पाकिस्तान का गुणगान करने वाले पत्रकार काना अयूब एवं नेता गुरजोत सिंह सिद्धू को पता चला तो उन्होंने इसकी कड़ी निंदा की। उनका कहना था की जहाँ पाकिस्तान में लोग टमाटर खाने के लिए तरस रहे हैं, वहीँ भारत में टमाटर का इतना गलत इस्तेमाल क्यों हो रहा है? उन्होंने सरकार को इस गिरोह के प्रति ठोस कार्यवाही करने की भी नसीहत दी।
पेटीकोट पत्रकार खाजदीप सरपेकाई ने भी कुछ इसी प्रकार की प्रतिक्रिया देते हुए इस गिरोह की निंदा की और इस्लामाबाद में बैठे अपने आका को भारत की और से प्रायश्चित करने हेतु बिग बास्केट से डेढ़ किलो टमाटर कि भेंट भी प्रदान की।
संवादाता लल्लन जोधपुरी के साथ ऋषव इन्दोरी कि रिपोर्ट।