स्टैंडअप कॉमेडियन के बीच में आजकल एक ट्रेंड चला है हिंदू देवी देवताओं का मजाक बनाने का, कंटेट की कमी की वजह से अक्सर वो अपने शो में हिंदू देवी देवताओं के ऊपर अभद्र टिप्पणी करके अपनी रोजी रोटी चलाते हैं। लेकिन वो कहते है न कि कभी कभी मजाक बड़ा भारी पड़ जाता है ऐसा ही मुनव्वर फ़ारूक़ी के साथ हुआ।
स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी पहले एक मजाक के चक्कर में जेल की हवा खा बैठे, काफी जतन करने के बाद उन्हें जमानत मिल पाई।
कोर्ट में जब जज ने उन्हें बेल की मंजूरी दी तो मुन्नवर साहब अपने जज्बातों पर काबू नही रख पाएं और उन्होंने कोर्टरूम को अपना मंच और वकीलों और जज को ऑडियंस समझ कर एक जोक सुना बैठे, जज साहब इससे पहले ही एक मियाँ बीबी के तलाक मामले की सुनवाई करके भरे बैठे थे उसके ऊपर मुनव्वर के लेम जोक ने आग में पेट्रोल का काम किया।
जज साहब जोक सुनने के बाद तुरंत अपनी कुर्सी से खड़े हो गए,मुनव्वर साहब को लगा शायद जज साहब उन्हें स्टैंडिंग अवेशन दे रहे हैं पर जब जज ने बेल के कागज को फाड़ के फेंक दिया और अर्दली को वापस उन्हें कारगर में डालने का आदेश दिया तो मुन्नवर साहब वहीं कोर्ट रूम में बेहोश होकर गिर पड़े।
जब उन्हें होश आया तो उन्होंने खुद को वापस सेल में पाया जिसमें उनके साथ एक और कैदी था जो अतुल खत्री के शो देखकर डिप्रेशन में अपनी बीबी के कत्ल की सजा काट रहा था।
फॉक्सी रिपोर्ट