कांग्रेस की मध्यप्रदेश में सरकार बनते ही प्रदेश में बिजली का अकाल सा आ गया, इसी के साथ इन्वर्टर उधोग वापस फलने फूलने लगा। लेकिन लोकसभा में कांग्रेस का घटिया प्रदर्शन और कांग्रेस की राज्य सरकार गिरने की आशंका के चलते एक बार फिर इन्वर्टर बनाने वाली कम्पनियों को झटका लगा हैं।
एक समय में दुसरे प्रदेशो में बिजली सप्लाई करने वाला मध्यप्रदेश कांग्रेस के आते ही बिजली कटौती की मार झेलने लगा, दो महीने में सारे इन्वर्टर उधोगो ने अरबो का माल छाप लिया था, आगे गर्मी को देखते हुए में सब कम्पनियों ने पहले ही स्टॉक कर लिया था, लेकिन अब वापस शिवराज सरकार के आने की सुबगुबाहट ने इस उधोग पर बड़ा सन्कट खड़ा कर दिया।
प्रदेश के लोग इस इंतजार में है कि क्यों पैसे बर्बाद करना जब शिवराज सरकार वापस आ रही है, इन्वर्टर कम्पनियों मिलके एक बैठक का आयोजन करनी जा रही है जिसमे इस संकट से उबरने के बारे में चिंतन किया जाएगा।