सात जून पिछले चार सालों से विश्व पोहा दिवस के तौर पर मनाया जाता है मगर इस साल शायद नहीं मनाया जायेगा| इंदौर जो की पोहे लिए मशहूर है इसा साल पोहा दिवस नहीं मनाएगा और ये फैसला लिया है कमलनाथ सरकार ने| गौरतलब हो पोहा दिवस 2015 में मोदी सरकार के समय चालू किया गया था, जिसका अब कांग्रेस विरोध कर रही है, पोहा दिवस की तरह, योग दिवस का भी विरोध हो रहा है और गेहलोत सरकार ने योग दिवस न मानाने का एलान कर दिया है!
हालाँकि प्रदेश के लोग कमलनाथ सरकार के फैसले की धज्जियाँ उड़ाते सडकों के किनारे जमकर पोहा कहते दिखे! यहाँ तक कि मध्यप्रदेश में परिवारों को पोहा नही खाने की मामले की सीबीआई जांच और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से हमारे रिपोर्टर भैया जी उर्फ टिकटोक भैया ने बातचीत की ! शिवराज जी का कहना है “एक मध्यप्रदेश के परिवार में पोहा का वही सम्मान प्राप्त है ,जो हैदराबाद में बिरयानी को! अगर कमलनाथ में हिम्मत है तो ओवैसी की बिरयानी भी बंद कराकर दिखाये”!
टिकटोक भैया जी ने परिवारों से भी बात की उन्हें बिना पोहा के कैसे लग रहा! एक परिवार के मुखिया सुनील शर्मा का कहना है ” बिना पोहा के बुरा हाल है| मुझे सिगरेट ,शराब न मिले तो चलेगा लेकिन बिना पोहा के कुछ काम करने को मन नही करता”!
सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी पोहा दिवस में बढ़ चल कर हिस्सा लिया और #WorldPohaDay के साथ पोहा खाते हुए सेल्फीज़ डाली