कोरोना के खिलाफ भारत ने पूरे दमखम से जंग छेड दी है जिसका पहला चरण था प्रधानमंत्री मोदी के आव्हान के बाद किया गया जनता कर्फ्यू। लोगों ने इस आवाहन को हाथों हाथ लिया और रविवार को भारत भर में ये कर्फ्यू का सफलता पूर्वक पालन किया गया।
विश्व भर में यह जनता कर्फ्यू चर्चा का विषय बना रहा तो सभी देश एवं who भारत की इस कोशिश की सराहना कर रहा है तो साथ ही कह रहा है कि इस से भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में काफी फायदा होगा। मगर भारत को तो जब होगा फायदा परंतु रोबर्ट वाड्रा को ज़रूर इसका फायदा हुआ।
रविवार को कर्फ्यू के दौरान सभी सड़के व प्लाट खाली पड़े थे जिसे देख रोबर्ट के दिमाग की बत्ती जली और इसे सुनहरा मौके की तरह भुनाते हुए वाड्रा ने अपनी आदतानुसार गुड़गांव की खाली सड़कों पर कब्ज़ा कर लिया।
सोमवार सुबह जब लोग बाहर आये तो सड़क सील थी और वाड्रा एसोसिएट्स की तख्तियां लगी हुई थी और रेहान वाड्रा अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे जहां दिग्विजय सिंह और अहमद पटेल को नाली से गेंद निकालने तैनात किया हुआ था। उन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी और अब सरकार को मध्यस्थता करनी पड़ी है।
देखना होगा आनेवाले दिनों में क्या होता है , क्या वाड्रा को सज़ा होगी या हमेशा की तरह किसान होने का फायदा देते हुए छोड़ दिया जाएगा।