शेक्सपियर के प्रसिद्ध डायलॉग “नाम में क्या रखा है” से आप लोग सहमत हो या न हो पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री और हिंदू ह्रदय सम्राट आदित्यनाथ योगी जी इससे कतई सहमत नही है जिसका उदाहरण इलहाबाद का नाम प्रयागराज, मुगलसराय का नाम दीनदयाल जंक्शन है।
वैसे नाम बदलकर रखने का ये चलन काफी पुराना है, हिंदुस्तान का शायद ही कोई ऐसा स्कूल या कॉलेज होगा जहां खड़ूस टीचर छात्र छात्राओं के बीच अलग नाम से प्रसिद्ध नही होगा।
गली मोहल्ले ऑफिस के भी लभेड़ी लोग अपने वास्तविक नाम से कम बल्कि लोगों द्वारा दिए नाम से ज्यादा प्रसिद्ध हैं, योगी जी ने तो बाद में इस पुरानी भारतीय परम्परा पर सरकारी मुहर लगाई है। योगी जी से प्रेरित होके दिल्ली के स्थानीय लोगों ने सोसायटी के बाहर खाली पड़े सुलभ शौचालय का नाम बदलकर “खाली स्थान” रख दिया।
हमारे फाक्सी सवांददाता से बातचीत में लोगों ने बताया कि शौचालय काफी दिनों से खाली पड़ा था कोई भी वहाँ आता जाता नही था इसलिए वहाँ अराजक तत्वों ने अपना अड्डा बनाया हुआ था, आस पास के बदनाम गुंडे मवाली वहाँ जुआ खेलते और किसी वारदात की योजना बनाते इसीलिए हम लोगों ने ऐसी अपराधिक गतिविधियों वाली जगह का नाम खालिस्तान से प्रेरित होके खाली स्थान रख दिया।
फाक्सी रिपोर्ट