नई दिल्ली. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके मुँह से कोई अच्छी, तार्किक बात सुनने के लिए आप तरस जाते हैं, लेकिन हर बार वे आपको निराश ही करते हैं। उनका मुँह जब भी खुलता है ऊटपटाँग बोलकर ही बंद होता है, इसी केटेगरी में आते हैं हमारे देश के होनहार कोमोडोर चंद्रकांत, जो भाई-भतीजावाद के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं।
कोमोडोर चंद्रकांत ने द फॉक्सी से बात करते हुए सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि जब वो पाँच साल के थे तब से उन्होंने सेंसिबल बातें करना छोड़ दिया है, बचपन में एक बार उनके परम मित्र एडमिरल पर्दानशीन, गोल्ड खेलने गोल्फ ‘कोर्ट’ जा रहे थे, तभी कोमोडोर चंद्रकांत ने उनसे कहा कि “छाता पकड़ लो, बारिश हो रही है!”
बस, यही वो अंतिम दिन था जब उनके मुँह से कुछ अच्छा निकला था, उसके बाद से उन्होंने ये लाईन ही छोड़ दिया। अब वो बेसिर-पैर की बातें करने में ही अपना ध्यान फोकस कर रहे हैं, भले ही बस्ती में आग लग जाए।