भारत में किसान आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है! जब लगता है आंदोलन खत्म होने वाला है तभी कोई ना कोई नेता दोबारा खड़ा हो जाता है और आंदोलन दोबारा रफ्तार पकड़ने लगता है।
रफ़्तार से मतलब यहां पर गाड़ियों से क्यूंकि हर तरह की फैंसी और पोश गाडियां किसान आंदोलन में हमको अब तक देखने को मिली है जिसे करोड़पति तक अफोर्ड नहीं कर सकता किसान वो गाडियां चला रहे है।
मर्सेडीज़ और बीएमडब्ल्यू ने भी कल शाम प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि किसान आंदोलन को उनका पूर्ण समर्थन है ये आंदोलन कम से कम दो हजार पच्चीस तक चलना चाहिए ताकि हम कोरोनावायरस से हुए नुकसान की भरपाई कर सके।
कम्पनी ने ये भी बताया जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है उनकी बिक्री में चार गुना इजाफा हुआ है। मोदी जी ऐसा मास्टर स्ट्रोक खेलेंगे ये तो कम्पनी के सीईओ को भी नहीं पता…