चुनाव नतीजों के बाद होने वाली उठा-पटक से तंग होकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने घोषणा की है कि आधिकारिक रूप से MLA खरीदने व बेचने के लिये e-MLA पोर्टल बनाया जायेगा। यहाँ सभी पार्टियां वैधानिक रूप से बोली लगाकर उचित रेट पर MLA खरीद सकती हैं। पोर्टल पर विधायक अपनी प्रोफाइल बनाकर अपने चुनाव खर्चे से 5 गुना ज्यादा बेस रेट डाल सकते हैं।
3 से अधिक विधायक खरीदने पर Bulk discount और Cash on Delivery जैसी सुविधाओं का लाभ भी मिलेगा। एक बार बिका हुआ विधायक 3 महीने तक वापिस नहीं होगा। रिजॉर्ट या होटल तक डिलीवरी फ्री होगी लेकिन सदन में सीधे विश्वासमत प्रस्ताव के दिन विधायक डिलीवरी का एक्स्ट्रा 18% डेमोक्रेसी सेस लिया जायेगा। वेबसाइट लगभग तैयार है, होम पेज पर अंबेडकर और गाँधी जी की तस्वीरें लगाने का काम चालू है। चुनाव आयोग ने वेबसाइट बेहतर बनाने के लिये जनता के सुझाव भी माँगे हैं।