आज होली है और होली का दिन सभी के लिए ढेर सारे रंग व खुशियां ले आता है मगर कांग्रेस पार्टी के लिए इस बार होली का दिन सिर्फ काला रंग लाया है और वो भी मुह काला करने। दरअसल बात कुछ ऐसी है की मध्यप्रदेश जहां कांग्रेस सत्ता पर काबिज है और उसके मुखिया पेले जैसे दिखने वाले कमलनाथ हैं जो कि अब खुद सिंदिया द्वारा पेले जा चुके हैं। सिंदिया ने अपने समर्थक विधायकों समेत खुद का इस्तीफा दे कर कमलनाथ सरकार लगभग गिरा दी है और यह खास काम उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता माधवराव सिंदिया की जन्मतिथि पर किया है।
मध्यप्रदेश की फजीहत के बाद आलाकमान काफी चिंतित है और जैसा की सामने वाली टीम में मोटा भाई का जो रिकॉर्ड है चिंता होनी भी चाहिए। काँग्रेस को डर है कि सिंदिया की तरह सचिन पायलट भी किसी दिन अपने पिता की जन्मतिथि पर अपने अंतर आत्मा की आवाज़ सुन गहलोत सरकार के अखरोट न निकाल दे। आत्ममंथन के लिए की जा रही मीटिंग में ऐसा प्रस्ताव लाया गया है कि सचिन के स्वर्गीय पिता की जन्मतिथि बदलवा कर 29 फरवरी कर दी जाए जिस से कम से कम 4 साल तक सचिन के मन मे ऐसा कोई ख्याल न आए और राजस्थान की कांग्रेस सरकार को कोई खतरा न हो।
फिलहाल तो इस तरकीब ने कांग्रेस को मानो कुछ चैन की सांस ज़रूर दे दी है मगर कौन जाने किस दिन …किस जगह… किस नेता के पिता की जन्मतिथि पड़ जाए और वो भी सिंदिया के नक्शे कदम पर चल पड़े कह नहीं सकते। फिलहाल एतिहाद के रूप में पार्टी ने आदेश पारित किया है कि सभी नेताओं को अपने पिता की जन्मतिथि पार्टी को बतानी होगी जिस से पार्टी उनपर नज़र बनाये रक्खे।