देश भर में चल रहे लॉकडाउन ने लोगों की ज़िंदगी को मुश्किलों से भर दिया है मगर किसी ने यह सोचा होगा कि लॉकडाउन का पालन कर रहे लोगों का जीवन जेल के कैदियों से भी बदतर होगा? ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि खुद जेल काट रहे एक कैदी कह रहा है।
बाबू जलेला नामक कुख्यात पाकिट मार जो कि जेल की सज़ा काट रहा था मगर बीवी की बिगड़ती सेहत के चलते पैरोल ले कर घर आया हुआ था मगर लॉकडाउन में करीबन 20 दिन बिताने पर उसकी रूह कांप उठी और उसने सरकार से गुजारिश की है कि उसे वापस जेल में डाला जाए ताकि वो फिर से खुल कर सांस ले सके।
बाबू जलेला ने कहा जेल में तो फिर भी खेल कूद या अन्य कार्यों में समय बीत जाता है व बीड़ी, गुटखा का प्रबंध हो जाता है मगर यहां 10 बाय 10 की खोली में अंगड़ाई भी लेते हैं तो किसी की नाक टूट जाती है। न ही बीडी, गुटखा का जुगाड़ हो पा रहा है। ऐसे में उनकी ज़िंदगी नर्क से बदतर हो चुकी है और जल्द से जल्द उन्हें जेल भेज जीवनदान प्रदान करें।