गणतंत्र दिवस में हिंसात्मक विरोध करने के बाद राकेश टिकैत बिलकुल बैकफुट में दिखे, और शाम तक स्टेज में फूट-फूट कर तो पड़े। मीडिया द्वारा उनके रोने को कवर करने से बहुत लोग अपने गाँव से सीधे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पहुँचने लगे जहाँ राकेश टिकैत धरना दे रहे हैं। सूत्रों की माने तो राकेश टिकैत को भी भरोसा नही था कि उनका रोना इतना कारगर होगा।
हालाँकि अब राकेश टिकैत पर रोने का दबाव बढ़ गया है और तमाम विरोधी राजनीतिक पार्टियों ने उन्हें रो कर और भीड़ इकट्ठी करने के लिए कहा है। दिल्ली के मुख्य मंत्री, अरविंद केजरीवाल ने राघव चड्डा के हांथों दो किलो प्याज़ ‘मुफ़्त’ भिजवाई है, साथ ही राघव चड्डा को आदेश दिया है कि वहाँ बैठ कर प्याज़ काँटे ताकि राकेश टिकैत के आँसू निकले और भीड़ बढ़े।
अरविंद केजरीवाल ने राकेश टिकैत को टोनी कक्कड़ की म्यूज़िक सीडी भी ‘मुफ़्त’ दी है। अब क्या राकेश टिकैत और रोते हैं? क्या और भीड़ इकट्ठी होती है? ये सब जानने के लिए जुड़े रहिए द फ़ौक्सी से।