रामानंद सागर कृत रामायण के पुनः प्रसारण से युवाओं की जिंदगी में व्यापक असर देखने को मिला है। जहाँ मुकेश नाम का युवक घरवालों के 10 बार कहने के बावजूद भी चाय बनाने के लिए नहीं उठता था, वहीं माता-पिता ने उसे धारावाहिक के दौरान ही मर्यादा, अनुशासन और परंपरा का हवाला देकर भावुक करते हुए 2 बार चाय बनवा डाली। लेकिन एक ताजा घटना में इस धारावाहिक के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिले हैं।
दरअसल राम वन गमन एपिसोड देखने के बाद एक युवक ने वन जाने का फैसला किया। लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन के अपराध में उसे एक रात भगवान कृष्ण की जन्मभूमि अर्थात, जेल में बितानी पड़ी।
यह घटना देहरादून की है। मंगलवार (मार्च 31,2020) के रात 10 बजकर 15 मिनट की है। रमाकांत नाम का एक युवक रामायण का ताजा एपिसोड देखने से इतना भावुक हो पड़ा कि उसने प्रभु राम के समर्थन में वन जाने का फैसला ले लिया, लेकिन रमाकांत यह भूल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 21 दिनों तक घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है।
घर से निकलने के बाद घण्टाघर पर जब उसे गस्त लगा रही चीता पुलिस ने दबोचा तो रमाकांत ने कहा – “मेरे जीवन में बड़ा बदलाव आया है। मैं दूरदर्शन को शुक्रिया कहना चाहूंगा कि उन्होंने उम्र के इस पड़ाव पर रामायण देखने का अवसर दिया। मैंने फैसला कर लिया है कि अगले 14 साल मैं भी वन में बिताऊँगा।”
पुलिस ने उसे लाख बार समझाने की कोशिश की कि 21 दिनों तक वह कहीं नहीं जा सकता है और अगर वो आज ही वन चला जाएगा तो बाकी के एपिसोड कैसे देख पाएगा? जब युवक फिर भी नहीं माना तो पुलिस ने मौका ए वारदात पर ही रमाकांत के दो बेत रखने के बाद उसे एक रात के लिए जेल में रखने का फैसला लिया है। रमाकांत की चेकिंग में उसकी जेब से कुणाल कामरा के चुटकुलों की किताब मिली। यही नहीं रमाकांत के मोबाइल में मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी के कुछ ऐसे वीडियो भी बरामद हुए, जिनमें वनवास जाने के 101 फायदे गिनाए गए थे।
रिपोर्ट लिखे जाने तक रमाकांत को जेल में सजा के तौर पर रातभर पुलिसकर्मियों को चाय बनाकर पिलाने की सजा दी गयी थी। आगे की कार्रवाई के लिए SIT का गठन किया जा रहा है ताकि शहर के अन्य ऐसे युवाओं पर भी नजर रखी जा सके, जो रामायण-महाभारत देखकर ऐसे भावुक कदम उठा रहे हैं।