हालाँकि पंजाब पुलिस के पास नशे पत्ते दारू दवा के हज़ारों केस रोज़ाना आते रहते हैं लेकिन इस केस के बारे में जब फ़ौक्सी रिपोर्टर ब्रह्मनंदन मेमसिंघ ने लुधियाना पुलिस से बात की तो पता चला कि पूरा पुलिस महकमा आज सर पकड़ के बैठा है। सर पकड़ के बैठेंगे ही सही जब पाला ही कुछ चाँद नवाबो से पड़ जाए।
जोईँट फेमीली के मुख्या सिगरट सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते समय ही यह माँग रखी की पड़ोस में जिस ठेके वाले ने शराब दी उसका धंधा बंद नहीं होना चाहिए नहीं तो कल परसों वो ख़ुद क्या पिएगा। बस जाँच पुलिस यहीं करे की वो शराब कहाँ से आइ और कहीं दूसरी जगह तो नहीं बिक रही, जिसको पीने के बाद उसके भतीजे की अंग्रेज़ी ही बंद हो गयी।
करतार सिंह ने कहा कि अगर हमेशा के लिए इनकी अंग्रेज़ी बंद हो गयी तो बेरोज़गारी छा जाएगी, परिवार के पाँच सदस्य दारू पीने के बाद बोली जाने वाली अंग्रेज़ी से ही मात्र मल्टिनेशनल कंपनीज के सी॰ई॰ओ॰ बने बेठे हैं। तो हम नहीं चाहते हम वो दारू पिए जिसको पीने के बाद अंग्रेज़ी ही बंद हो जाए, ऐसी रिस्क भला क्यों लेना।
बहरहाल ख़बर लिखे जाने तक पुलिस कोई निष्कर्ष तक नहीं पहुँच पाई हैं कि इस केस को किस तरीक़े से संभाले, लेकिन आप हमें ज़रूर बता सकते है की इस सिचवेशन को हेंडल करने के लिए पुलिस को क्या करना चाहिए।