शराब घोटाला केस में जेल की हवा खा रहे मनीष सिसोदिया को जब पता चला की दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने लिए 45 करोड़ का शीशमहल बनवाया है तो उन्हें बहुत गुस्सा आया। उनका चेहरा लाल हो गया और वो केजरीवाल को गालियाँ देने लगे। उन्होंने बगल में खड़े सत्येन्द्र जैन को ही केजरीवाल समझकर उनका कॉलर पकड़ लिया और झकझोरते हुए कहा- “गद्दारी करबे.. तोहरी @#%$@@b
मैं यहाँ जेल की रोटी खा रहा हूँ और खुद वियतनाम से टाइल्स मँगवा रहा bs@#!H बड़ी गहरी चाल चली है तूने, आज समझ में आया फाइल में दस्तखत क्यों नहीं करता था ताकि हम सब को जेल भेजकर तू आठ लाख के परदे में अपना मुँह पोंछ सके! और कितना गिरेगा @sdekdc?” -कहते हुए उन्होंने सत्येन्द्र को उठाकर दीवार पर फेंक दिया।
इससे आगे भी उन्होंने बहुत सारे शब्द कहे जिसे यहाँ पर लिखना संभव नहीं है परंतु विशेषज्ञ बताते हैं कि उन शब्दों में भारी मात्रा में ‘सम्मानजनक’ शब्द ही थे।
सिसोदिया का यह रूप देखकर सत्येन्द्र भी सकते मे आ गए। उन्होंने अपने आप को संभालते हुए कहा “होश में आओ बड़े भैया, मैं केजरीवाल नहीं हूँ, मुझे क्यों तोड़ा?” -सत्येन्द्र ने अपना कॉलर छुड़ाते हुए कहा। जेल का माहौल गरम हो गया।
थोड़ी देर बाद जब सिसोदिया का गुस्सा शांत हुआ तो उन्होंने जेल की मिट्टी अपनी मुट्ठी में उठा ली सौगंध लेते हुए कहा कि आज अगर कोर्ट से जमानत मिल गई तो मैं केजरीवाल के शीशमहल की ईंट से ईंट बजा दूंगा।