राजस्‍थान में जाति वाले स्टिकर पर भी जुर्माना, ‘टाटा और महिंद्रा’ को करना पड़ सकता है अपने ब्राण्ड नेम में बदलाव

नए ट्रेफ़िक नियम उल्लंघन के जुर्मानो के लागू होने के बाद सोशल मीडिया में दो खेमों में बँट चुका है, एक इसका समर्थन कर रहा है तो दूसरा विरोध। इन दोनो में से एक वर्ग ने टाटा और महिंद्रा जैसी बड़ी कम्पनी को मुश्किल में डाल दिया है। जहाँ परेशान आम आदमी को होना चाहिए था उन्ही के साथ दोनो कंपनियो के वरिष्ठ अधिकारियों को भी बड़े संकट में देखा जा रहा है।

दरअसल राजस्थान यातायात विभाग द्वारा ये आदेश भी जारी हुआ है की गाड़ियों पर धार्मिक स्टिकर जाति धर्म सूचक नाम या नारे लिखी गाड़ियों से भी जुर्माना वसूला जाएगा। इसी आदेश के बाद सोशल मीडिया से ये माँग उठ गयी की सारे नियम क़ायदा क़ानून आम जनता के लिए ही क्यों, हमने भी गंगाजल देखके क़ायदा क़ानून को अंदर घूसेड़ना सीखा हुआ है, महिंद्रा और टाटा भी तो अपने गाड़ियों पर शान से नाम लिखवाते है तो हमारी जाति भी हमारी शान है, इन दोनो की जाति वाला नाम भी गाड़ियों से हटाया जाए।

सोशल मीडिया पर लोगों की भड़कने के बाद दोनो कम्पनिया सकते में आ गयी, आपातकालीन मीटिंग बुलाकर इस संकट से निकलने के लिए सारे आधकारियों से राय माँगी जा रही है। महिंद्रा ने ट्वीट करके लोगों से अच्छे ब्राण्ड नेम का सजेशन माँगा, ट्वीट करते हुए लिखा की सौ पाँचसो लेलो लेकिन ढंग का नाम बता दो भाई।

केजरीवाल ने इसे मोदी सरकार की साज़िश बताया, कहा कि दिल्ली में लोग केजरीवाल की दीवानगी में पागल होकर गाड़ी ऑटो के पीछे आइ लव केजरीवाल लिखवा रहे है उनका क्या होगा मेरा तो चुनाव प्रचार ही थम जाएगा, मोदी ने तब नियम क्यों नहीं निकाला जब लोग अबकी बार चार सौ पार, में भी चौकीदार लिख रहे थे।

हमारा भी मानना है कि सरकार इस फ़ैसले को वापस ले वरना हम भी भविष्य में हॉर्न प्लीज़ की जगह पोर्न प्लीज़ लिखे ट्रक के फ़ोटो देख के ऊँजाय नहीं कर पाएँगे।

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