दोस्तों, आज ही रिलीज़ हुई फ़िल्म “मेट्रो इन दिनों” का नाम सुनकर देशभर के लोग ये सोचकर फ़िल्म देखने पहुँच गए कि इसमें मेट्रो की वायरल वीडिओज़ को बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा। लेकिन फ़िल्म देखने के बाद सब पैसे वापस माँगने लगे। दरअसल, जहाँ मेट्रो की वीडियो रोमांस, एक्शन और कॉमेडी से भरी होती हैं, वहीं इस फ़िल्म में इनमें से कुछ भी नहीं है, जिसके चलते ओवरऑल फ़िल्म काफ़ी ब्लैंड और बोरिंग लगती है। फ़िल्म में इतने सारे एक्टर्स ले लिए गए हैं कि फ़िल्म में दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से भी ज़्यादा भीड़ हो गई है और कहानी एकदम कन्फ़्यूज़िंग। ये फ़िल्म को 300-400 रुपए खर्च करके देखने से अच्छा है कि आप 50 रुपए की मेट्रो की टिकट लेकर मेट्रो में निकल जाएँ, वहाँ आपको ज़्यादा एंटरटेनमेंट मिलेगा। और फ़िल्म के राइटर और डायरेक्टर भी अगर अपना कैमरा लेकर दिल्ली मेट्रो में ही निकल जाते तो इससे कहीं ज़्यादा अच्छी और एंटरटेनिंग फ़िल्म बना पाते।
‘मेट्रो इन दिनों’ फ़िल्म को मेट्रो के सीन बड़े पर्दे पर देखने की सोचकर गई ऑडियंस ने फ़िल्म देखने के बाद माँगा रिफ़ंड
