बड़ी खबर आ रही है मेरट से जहाँ एक सिविल इंजीनियर युवक को जब इंटरव्यू में पहली बार मिस्त्री की जगह सिविल इंजीनियर बुलाया गया तो वो इतना भावुक हो गया कि आधी सैलरी पर ही काम करने को राज़ी हो गया।
दरअसल, युवक, इंजीनियरिंग करने के दो साल बाद तक बेरोज़गार था और घर वाले भी उसे ताने मारने लगे थे। रिश्तेदार, दोस्त भी उसे मिस्त्री कह कर बुलाते थे और अब उसे उस बात का बुरा भी नहीं लगता था। यहाँ तक कि युवक ख़ुद भूल गया था कि वो मिस्री नहीं बल्कि इंजीनियर है।
ऐसे में जब युवक को एक जॉब इंटरव्यू के दौरान जब इंजीनियर कह कर बुलाया गया तो पहले तो युवक इधर उधर देखने लगा कि किसे बुलाया जा रहा है मगर जब उसे बताया कि उसे ही इंजीनियर बोला जा रहा है तो वो इंटरव्यूर के कंधे में ही सर रख रोने लगा।
इंटरव्यूर ने जब पूछा कि सैलरी कितनी लोगे तो भावुक युवक ने बोल दिया कि इंजीनियर बोल रहे हो और सैलरी भी दोगे? और फिर ऑफर की गई सैलरी के आधे में ही राज़ी हो गया।
फ़िलहाल युवक अपने जॉब के पहले दिन की तैयारी कर रहा है और बैग में छेनी, हथोड़ी कुदाल आदि रख रहा है।