“ये अंधेरा ही आज की तस्वीर है” इन पंक्तियों के लिएमशहूर रविश कुमार को कल जनता ने कटघरे में खड़ा कर दिया क्योंकि वो महगठबँधन की राली में स्टेज में खड़े थे और आस पास कोई कुर्सी भी नहीं थी। बचाव में रविश कुमार ने कहा कि वो रैली में फ़ोटो लेने गए थे। हालाँकि ये बात सिद्ध तो नहीं हो पाई है मगर रविश कुमार के समर्थक ये बात को सही मानते हैं, जी हाँ उनके तीनो समर्थक।
मगर सूत्रों की माने तो रैली में कुछ ऐसा भी हुआ जिसके कारण रवीश कुमार की तबीयत बिगड़ गयी। नहीं मोदी-मोदी के नारे लगने के अलावा। जब कल वो महागठबंधन की रैली में बहन मायावती जी और टोंटी मास्टर से कठिन सवाल पूछ रहे थे तभी बसपा समर्थक ने उन्हें आम खाने की गुजारिश कर दी। रवीश कुमार आम को देखकर गुस्से में आगबबूला हो गये और बोले “आम ही खाने थे तो भाजपा में चला जाता “! टोटी भैया ने समझाया ये आम एक गरीब जात वाला आम है तब जाकर रविश भैया ने आम को खाया!
रैली के बाद से ही रविश कुमार जी की तबियत नासाज और उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत है! और अपना स्टूल सैम्पल लेकर डॉक्टर के पास गए और आम की जाति पता करवाई, हालाँकि अभी डॉक्टर की रिपोर्ट नहीं आइ है मगर डॉक्टर का मानना है कि रविश कुमार को ग़लती से ऊँची जाति का हाफूस आम खिला दिया गया था।