एजेंसी. पेशावर (Pakistan) के ‘सुंदरबकरी’ इलाके में कल शाम को हुई एक दुर्घटना में 23 पाकिस्तानियों के घायल होने की सूचना मिली है, जिसमें से तीन अफरात की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
हुआ यूं कि इलाके की एक समाजसेवी संस्था (NGO) ने ऐलान किया था कि उनके पास जरूरतमंदों को बांटने के लिए रोटी तो नहीं है पर रोटी की एक दुर्लभ तस्वीर अवश्य है जो इंडिया के मुंबई शहर में क्लिक की गई थी।
जो भी शख्स तीन-चार दिन से भूखा हो और रोटी की फोटो देखकर काम चलाना चाहता हो, वो शाम को पाँच बजे क्रिकेट मैदान मे आ जाए वहाँ बड़े परदे पर रोटी की एक्सक्लूजिव तस्वीर दिखाई जाएगी।
NGO के इस ऐलान के बाद तो पूरे पाकिस्तान में अफरा-तफरी मच गई। साइकिल वाले साइकिल से और टट्टू वाले टट्टू में बैठकर मैदान की ओर कूच करने लगे। अच्छी खासी भीड़ जमा होने पर जनरेटर चालू किया गया और बड़े परदे पर, रोटी की फोटो चढ़ा दी गई।
बहुत दिन बाद, गरमा-गरम भाप उड़ती हुई रोटी की तस्वीर देखकर लोग उसे असली रोटी समझ बैठे और पकड़ने के लिए परदे की तरफ दौड़ने लगे। NGO के प्रेसीडेंट बिलावल भुट्टो ने भीड़ को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने बिलावल को उठाकर खोपचे में फेंक दिया।
अफरा-तफरी के इस माहौल में भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई, नतीजा ये हुआ कि 23 लोगों को अस्पताल मे जमा कराना पड़ा है।
बताया जाता है कि जिस मैदान में भीड़ जमा की गई थी वहाँ सिर्फ 500 अफरात ही जमा हो सकते थे लेकिन रोटी का नाम सुनकर 3000 लोग जमा हो गए इसलिए ये हादसा हो गया।
अस्पताल में, घायल व्यक्तियों के पिछवाड़े में पानी मिलाकर इन्जेक्शन ठूँसा जा रहा है ताकि वो जल्दी ठीक होकर फिर से रोटी की अपनी तलाश शुरू कर सकें।
उधर, इस घटना से पाकिस्तान (Pakistan) में राजनीति भी तेज हो गई है, इमरान खान ने कहा है कि इस भगदड़ के लिए शाहबाज शरीफ जिम्मेदार हैं, क्योंकि उन्हें ठीक से भीख मांगना भी नहई आता अगर वो आज वजीर-ए-आजम होते तो अवाम के लिए कम से कम दाल-रोटी का जुगाड़ तो कर ही लेते।
अगर आपको लगता है कि Pakistan में लोगों को रोटी नसीब नहीं हो रही और लोग भूखे मर रहे हैं तो आपकी जानकारी अधूरी है, रोटी तो दूर की बात है उसकी फोटो भी किसी-किसी नसीब वाले को ही देखने को मिल रही है।
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