इमरान खान की मुसीबतें ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही हैं, पहले तो उन्हें घसीटते हुए गिरफ्तार किया गया और अज्ञात जगह पर ले जाकर नजरबंद कर दिया गया। दो दिन बाद आज जब कोर्ट की बारी आई तो जज ने गिरफ़्तारी को गैर-कानूनी तो कह दिया लेकिन जमानत देने के लिए दो लाख रुपये की मांग कार दी। चूँकि इमरान के पास फूटी कौड़ी भी नहीं थी अतः खुली हवा में साँस लेने का सपना चूर-चूर हो गया और उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया।
इमरान खान ने पहले तो अपने परिवार, रिश्तेदारों और समर्थकों से पैसे माँगे पर सबने उधार देने से मना कर दिया। समर्थकों ने तो साफ कह दिया कि टायर जलाना है तो बताओ, हो जाएगा लेकिन पैसे की बात मत करो।
आखिर में इमरान ने अपनी तीनों पत्नियों के घरवालों को फोन लगाया लेकिन वहाँ से भी गंदी गालियों के अलावा कुछ हाथ नहीं लगा। भीख मांगने के अपने पुराने अनुभव का फायदा उठाते हुए उसने वर्ल्ड बैंक और IMF का दरवाजा भी खटखटाया पर वहाँ भी उनकी दाल नहीं गली।
सब जगह से निराशा हाथ लगने के बाद इमरान ने जज की ओर मायूस होकर देखा और कहा- “मुझे वापिस जेल भेज दीजिए, मेरे पास पैसे नहीं हैं, सबने मुँह फेर लिया है! आदमी का जब बुरा वक्त आता है तो सब बेगाने हो जाते हैं! शोएब अख्तर तो फोन तक नहीं उठा रहा है, यूट्यूब पर तो कप्तान साब-कप्तान साब करता रहता है!”
उनकी माली हालत देखकर जज ने वापस उसे जेल भेज दिया। वहीं, इमरान खान के परिवार वाले उनके जेल में रहने से ही खुश हैं, उनका कहना है कि वहाँ कम से कम दो वक़्त का ख़ाना तो मिल रहा है, इधर हम कमांडर के घर से ब्रेड केचप और दो मोर उठा कर लाए हैं, उसी से गुजारा करना पड़ रहा है।