परीक्षा पे चर्चा की सफलता के बाद मोदी जी ने पेट्रोल पर खर्चा प्रोग्राम शुरू किया है। ग़ौरतलब हो कि पिछले बारह दिन में पेट्रोल आठ रुपए से भी अधिक महंगाहुआ है और ऐसे में भी विपक्ष न के बराबर ही आवाज़ उठा पाया है।
विपक्ष की ज़िम्मेदारी भी अब प्रधानमंत्री मोदी ने उठा ली है और इसी लिए चालू किया है पेट्रोल में खर्चा की चर्चा। प्रधानमंत्री से कुछ छात्रों ने अपनी परेशानी रखी उन्होंने बताया कि केटीएम चलाना उनके लिए कैसे महंगा पड़ रहा है, मोदी जी ने उन्हें सुझाव दिया अगर इतनी ही परेशानी है तो वह स्प्लेंडर या प्लैटिना क्यों नहीं खरीद लेते। असल काम तो बिठाकर घूमना ही है ।
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के फायदे पर विशेष चर्चा की गई जिसमें बताया गया कि इससे साथ ऑफिस जाने वाले लोगों में भाईचारा बहुत ज्यादा बढ़ा है । दो-तीन लोग एक बाइक में बैठकर अब ऑफिस जाते हैं इससे जो चालान कटता है उसके रेवेन्यू में भी बूम आया है।
पेट्रोल पंप की सिक्योरिटी बढ़ाने पर भी बात की गई , कुछ बाइकर गैंग पीछे वाला देगा पीछे वाला देगा बोल कर अपनी गाड़ी टंकी फुल कराकर धूम मचाते हुए भाग जाते हैं । कुछ बुलेट धारकों ने जब अपनी बात रखी तो उन्हें एक टूक में जवाब दे दिया गया शेर पाला है तो खर्चा तो होगा।