अलीगढ. मोहन लाल मिश्रा जी अपने इकलौते बेटे ‘आलोक’ की शादी धूमधाम से कर रहे थे। दूर-दूर के रिश्तेदारों को शादी का कार्ड भेजा गया था। मेहमानों की लंबी लिस्ट को देखते हुए मिश्रा जी ने भोजन का प्रबंध भी दबाकर किया था। लेकिन शादी के दिन कुछ ऐसा हुआ कि मिश्रा जी के होश उड़ गए। जितने लोगों को निमंत्रण भेजा गया था, उसमे से 90% मेहमान आए ही नहीं!
बाद में पता चला कि शादी से तीन दिन पहले घर के ही किसी सदस्य ने खाने की ‘मेन्यू’ व्हाट्सएप पर लीक कर दी थी। मेन्यू में कोई भी स्पेशल डिश नहीं पाकर सारे मेहमान बिदक गए और उन्होंने शादी में आने का प्लान कैंसल कर दिया।
इधर, मिश्रा जी मेहमानों की राह देखते रह गए कि मेहमान अब आएँगे, अब आएँगे! लेकिन किसी ने दर्शन ही नहीं दिए। “कहाँ चले गए सारे के सारे?” -गेट के पास खड़े-खड़े मिश्रा जी सोच रहे थे। जैसे-तैसे शादी तो हो गई लेकिन मिश्रा जी खुन्नस खाए बैठे थे। उन्होंने भुसावल वाले फूफाजी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन कर दिया कि आखिर मेहमान आए क्यों नहीं? इसी कमेटी की रिपोर्ट से पता चला कि खाने की मेन्यू लीक होने की वजह से मेहमानों ने ये निर्णय लिया है!
गोरखपुर में रहने वाली आलोक की मुंहबोली मौसी ने द फॉक्सी को फोन पर बताया कि, “हाँ, मैं शादी में नहीं गई थी! वो क्या है ना, उनके यहाँ सारे आइटम ‘पनीर’ रिलेटेड ही थे, जो मैं खाती नहीं! ‘पुलाव’ खाने को डॉक्टर ने मना किया है! हाँ, अगर चिकन बिरयानी होता ना मेन्यू में तो मैं जरूर जाती!” -मौसी जी ने अपनी मजबूरी बताई।
हद तो तब हो गई जब आलोक के 93% दोस्त भी शादी में नहीं पहुंचे। आलोक के बालसखा रुप्पन ने बताया कि, “ये देखो व्हाट्सएप में मेन्यू अभी भी पड़ा है, ना मुगलई डिश है ना चाइनीज! चिकन बिरयानी भी नहीं है! तो क्या हम लोग गुलाब जामुन खाने जाएँगे उसके यहाँ? कोई स्पेशल डिश ना मिले तो ऐसी शादी में जाने से क्या फायदा?” रुप्पन ने तर्क दिया। उधर, मिश्रा जी उस शख्स की तलाश में जुट गए हैं जिसने ‘मेन्यू’ व्हाट्सएप पर डालने का अपराध किया है।