केजरीवाल का रिकॉर्ड देखें तो पाओगे की हर चुनाव के दौरान वो अपना कोई एक प्रोडक्ट लांच करते हैं। जैसे 2013 में स्वेटर, 2014 में स्लीपर, 2015 में मफलर।
गौर करने वाली बात यह है कि उनका हर प्रोडक्ट सुपर हिट हुआ, तो क्या इस हेलमेट को हम 2019 का प्रोडक्ट लांच समझें ? हेलमेट बनाने वाली कंपनियों को तो कमसे कम यही उम्मीद है।
हालांकि यह प्रोडक्ट लॉंच उनकी मजबूरी भी तो है, दिल्ली वालों ने मंदिर में जितना घंटा नहीं बजाया उतना केजरीवाल को बजा चुके हैं, अब केजरीवाल भी इंसान हैं आखिरकार कितना सह पाएंगे ? बस इसलिए अपनाया गया है यह अनोखा नुस्खा।
वजह जो भी सचिन तेंदुलकर यह देख काफी खुश हो चुके हैं आखिर वह भी लंबे समय से जो अभियान चला रहे है और आए दिन लोगों को हेलमेट पहनाते दिख जाते हैं। अब आखिरकार लोग उनकी बातों की अहमियत समझ रहे हैं।
विरोधी कुछ भी कहें मगर विज्ञापन विशेषज्ञों की मानें तो केजरीवाल राजनीति में भले फैल हो जाये मगर ज़मीनी और तथ्यात्मक प्रचार के ज़रिए विज्ञापन की दुनिया मे कैरियर बना सकते हैं।