पहले तो विनती है वीर पुरुष्कार देकर सरकार हाथी पर बिठाएगी इसका मतलब आप कोई बहन बुआ से मत जोड़ लेना। हमारा इशारा उस और कतई नहीं हैं।
वीरता पुरुष्कार हालांकि केजरीवाल जी के इस अद्भुत वीरतापूर्ण साहसिक कार्य के लिए बहुत ही कम है, मेरे हिसाब से केजरीवाल जी के नाम पर ही एक नया वीर पुरुष्कार शुरू कर देना चाहिए जो केजरीवाल जैसे ही साहसिकता के साथ कार्य करने वालों को मिले।
पूरे चुनावी कैंपेन जिसको डर था कि मोदी अमित शाह की जोड़ी उन्हें मारना चाहती है, वो ही कलर ऊंची करके मोदी के कार्यक्रम में बिना ख़ौफ़ दौड़ा चला जाए, उससे वीर शायद ही कोई पैदा होगा।
एक सीट जीतकर आप पार्टी की फटी पर पैबंद लगाने वाले भगवंत मान ने इस केजरीवाल के इस पुरुष्कार को खुद की सीट से भी बड़ी बड़ी जीत बताया। वहीं पार्टी में हेंडसम ड्यूड कहे जाने वाले सिसोदिया जी ने कोई टिप्पणी नहीं कि, हम उनका दुःख समझ सकते है उन्हें फिलहाल धेर्य रखने की जरूरत हैं।
खैर हमे इस बात का इंतजार है कि केजरीवाल जी ने जो दस रुपये में शर्ट प्रेस और पांच रुपये में शूज पोलिश करवाई उसके कुल मिलाके 15 रुपये भी वीरता पुरुष्कार के साथ सरकार से माँगते है या नहीं।