जी हां, सही पढ़ रहे है आप, आये दिन रैलियों में होने वाले हमलों से परेशान होकर दिल्ली के CM केजरीवाल ने झापड़ मारने वाले को रंगे हाथ पकड़ने के लिए एक कारगर तरीका ढूंढ निकाला है, हर रैली से पहले गाल भरके गुलाल अपने गालों पर लगवायेंगे ताकि थप्पड़ मारने वाला आन द स्पॉट धरा जाए। इस हथकंडे को आप पार्टी ने आसानी से इसलिए भी अपना लिया है क्योंकि कार्यकर्ता माला और गुलाल से रास्ते भर स्वागत तो करते ही रहते है एक पंथ दो काज
दिल्ली चुनाव प्रचार हालांकि खत्म हो चुका है लेकिन पार्टी का कहना है कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों ओर आप पार्टी के गिरते स्तर को देखते हुए हमले कम होने की तो जरा भी आशंका नहीं हैं, थपड़ ओर झापड़ के हमले रैली के अलावा पब्लिक मीटिंग प्रेस कॉन्फ्रेंस कहीं भी हो सकते हैं।
सिसोदिया ने इसे भगवंत मान के दारू छोड़ने के बलिदान से बड़ा बलिदान से भी बड़ा बताया है क्योंकि दिल्ली में बड़ी मात्रा में गुलाल बनाने बेचने वालों के लिए रोजगार के अवसर केजरीवाल पैदा करने जा रहे हैं। और वहीं हम और आप इस बलिदान को देखकर केजरीवाल की वहीं रजाई गर्मी में ओढ़ के मर जाना चाहेंगे जो रजाई केजरीवाल ओढ़कर कभी सड़क पर सोए थे।