कांग्रेस के नेता नवजोत सिध्धु चुनाव में करारी हार के चार दिन बाद मिडिया के सामने आये. एक पत्रकार द्वारा ‘क्या अपने वादे के अनुसार आप राहुल गांधी के अमेठी में हुई हार के बाद आप राजनीति छोड़ देंगे?” पूछे जाने पर सिध्धू जोर-जोर से हंसने लगे और अपने ही अंदाज में कहा,
“गुरु, आग कहीं भड़काना ना भूल जाये,
बिजली कहीं कड़कना ना भूल जाये,
संभाल के प्रश्न पूछ ऐ नौजवां,
ऐसे प्रश्न सुन-सुनकर सिध्धु कहीं हंसना ना भूल जाये”.
काफी जोर देने पर आखिरकार सिध्धु ने कहा, मैं राजनीति नहीं छोड़ने वाला, राहुल गांधी मुझे पार्टी से डायरेक्ट नहीं निकाल सकते इसलिए कैप्टन अमरिंदर के कहने पर वो जानबूझकर चुनाव हार गयें”.
सिद्धू की इस बात को नकारा नहीं जा सकता है, क्योंकि बार बार कांग्रेस के मना करने के बाद भी राहुल गांधी पार्टी को इस्तीफ़ा दे रहे है जिसका साफ़ मतलब है उन्हें भारत से ज़्यादा थाईलेंड पसंद है, और हारे बिना ये उनकी हसरत पूरी नहीं होती।ना रहेगा पार्टी में सिद्धू ना रहेगा राहुल