बहुत दिन तक अमृतपाल के मुद्दे पर चुप रहने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य पुलिस को सख्त और स्पष्ट निर्देश दिया है। उन्होंने DGP को आदेश दिया कि, “टाइम लो.. पर जल्दी करो!” उनके इस बयान के बाद पंजाब पुलिस भी हरकत में आ गई है और उन्होंने अमृतपाल को सन् 2024 तक पकड़ लेने का लक्ष्य बनाया है।
हालाँकि पुलिस का एक तबका कन्फ्यूजन में भी है, वो मुख्यमंत्री का संदेश डिकोड नहीं कर पा रहे हैं कि करना क्या है? भगवंत मान आखिर चाहते क्या हैं? जल्दी काम समाप्त करना है या यूँ ही धीरे-धीरे पीछा करना है।
भगवंत मान के इस वचन को समझने के लिए हमने आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा से संपर्क किया। उन्होंने ‘टाइम लो.. पर जल्दी करो!’ की व्याख्या करते हुए कहा कि, “देखिए! टाइम का अर्थ होता है समय और समय देखा जाता है घड़ी में! घड़ी कई प्रकार के होते हैं, सस्ता घड़ी, महंगा घड़ी या फिर फोन वाला घड़ी!
और ‘लो’ का अर्थ होता है खरीदना! अतः मुख्यमंत्री जी कहना चाह रहे हैं कि कोई भी घड़ी खरीदो और जल्दी से अपने पास रख लो! इतनी सिंपल सी बात है लेकिन IT सेल वालों को इतनी सी भी बात समझ नहीं आती!
“देखना अब अमृतपाल खुद ही सरेंडर कर देगा! अभी वो आगे-आगे भाग रहा है और हमारी पुलिस पीछे-पीछे भाग रही है, एक बार तो हम लोग उससे आगे निकल गए थे, पर जब हमें अपनी गलती का एहसास हुआ तो तुरंत गाड़ी की रफ्तार धीमी कर दी!”
कोर्ट ने भी हमें फटकार लगाई है लेकिन हम भी केजरीवाल के सैनिक हैं, हमें कुछ फर्क नहीं पड़ता! देखते हैं कब-तक ये चूहे-बिल्ली का खेल हम खेल सकते हैं!” -चड्ढा ने आगे बताया।