जब कल पूरा देश ईद की खुशियां मना रहा था, तब दिल्ली से जो तसवीरें आयी उन्होंने सबका मन विचलित कर दिया। मानो मुम्बई आज़ाद मैदान की घटना का पुनरावर्तन हो रहा हो।
अब ये घटना थी भी बड़ी तो इस पर प्रतिक्रियां आना भी स्वाभाविक था। सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई, tv व अखवारों में भी पत्रकारों ने कड़े शब्दों में इस घटना की बिना मज़हब का नाम लिए निंदा कर डाली।
मगर जिन पर सबकी नजरें थी, जो हर कोई चोर, उठाईगिरे को हिंदू आतंकी कहने से नहीं कतराता। जी हां बिहार का वो लाल जो स्क्रीन और मुंह काला करने के लिए कुख्यात है श्री रविश कुमार।
उम्मीद के मुताबिक रविश कुमार ने इस घटना की कोई निंदा नहीं कि बल्कि अपने साथ लाये 2 कोरे कागज पलट पलट कर कह दिया यह अब तक कि सबसे शांत ईद थी जिसमे एक भी जान नहीं गयी।
इसके पीछे का कारण आप समझ सकते हैं। यूट्यूब पर रविश के वीडियो देखने वाले वर्ग को रविश कैसे कुछ कह सकते थे भला?