तीन बार हार्ट अटैक आने के बाद भी मौत को चकमा देने वाले रामरतन आहूजा जी आखिरकार पिछले दिनों भगवान को प्यारे हो गए। उन्हीं की याद में कल तेरहवीं का कार्यक्रम रखा गया था। बहुत सारे मेहमान संवेदना प्रकट करने एकत्रित हुए थे। इस बीच कहानी में एक नया मोड़ आ गया जब आहूजा परिवार के सदस्य अपना सारा दुख भूलकर एक फूड ब्लॉगर को कूटने में बिजी हो गए।
हुआ यूं कि कार्यक्रम के आखिर में जब सामूहिक भोज दिया जा रहा था तो भावेश मैदावाला नाम का ये फूड ब्लॉगर, अपनी आदत से मजबूर होकर तेरहवीं के खाने का रिव्यू देने लगा।
उसने कैमरा निकाला और यूट्यूब पर लाइव चला गया- “रायते का स्वाद तो अच्छा है लेकिन देखने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा है, मतलब क्लास नहीं है और इधर देखिए.. कढ़ाई पनीर से कढ़ाई गायब है, ऐसा कैसे चलेगा?
अब इस बूँदी को देखिए.. पैसे वाली पार्टी है फिर भी इसमें चिरौंजी कम डाली गई है! मैं तो इस खाने को वन स्टार से ज्यादा नहीं दे सकता, वैसे ये तो एक स्टार के भी लायक नहीं है!” -कहते हुए भावेश कैमरे को दाल मे फोकस करने लगा।
उधर, ईस शौकिया फूड ब्लॉगर को ये पता नहीं था कि मोंटू नाम का एक शातिर बच्चा इस रिव्यू को लाइव देख रहा है जो इस वक्त इसी कमरे में मौजूद है।
खाने की बुराई सुनकर मोंटू को गुस्सा आ गया, उसने सारा किस्सा घरवालों को जाकर बता दिया। मोंटू की बात सुनकर पूरे आहूजा परिवार में खलबली मच गई, उनका खून खौलने लगा।
उन्होंने आव देखा ना ताव और सीधे फूड ब्लॉगर भावेश पर हमला बोल दिया। पहले तो उसे जमीन में लिटाया और लात-घूंसों की बारिश कर दी। भावेश कराहने लगा।
जब उस पर हमला हुआ उस समय वो बैंगन के भरते का रिव्यू दे रहा था पर उसे क्या पता था कि थोड़ी देर में उसका ही भरता बन जाएगा।